विशेषण (Adjective) भाषा में
विवेचन और विशेषता को सुनिश्चित करने के लिए प्रयुक्त होते हैं। ये शब्द व्यक्ति,
स्थान, भावना, आदि की
विशेषताओं को सुंदरता और सटीकता से बयान करने में मदद करते हैं। विशेषण वाक्य में
उपस्थित नाम या क्रिया की विशेषताओं को बढ़ावा देने का कार्य करते हैं, जिससे पाठक या श्रवणकर्ता को विविधता और संवेदनशीलता का अनुभव होता है।
इनका सही और सुसंगत प्रयोग करके भाषा को अधिक सुन्दर और सार्थक बनाया जा सकता है।
- विशेषण (Adjective) क्या है ?
- विशेषण की
परिभाषा क्या है ?
- विशेषण के
भेद
- प्रश्नोतरी
- विशेषण के उदाहरण
विशेषण
परिभाषा :-
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता दिखाता है उसे विशेषण
कहते है । जैसे कि अच्छा, बडा, शेतान, सफेद
इत्यादि ।
महेश अच्छी किताब पढ़ता है ।
संज्ञा विशेषण संज्ञा क्रिया
1. राम अच्छा लड़का है ।
2. लच्छु शेतान लड़का है ।
3. सफेद गाय दूध देती है ।
उपरोक्त वाक्यों में रेखांकित शब्द अच्छा, सफेद और शेतान शब्दों कि विशेषता दिखाते है अत:
इन्हें विशेषण कहते है ।
विशेष्य :-
विशेषण जिसकी विशेषता दिखाते है । उन्हें
विशेष्य कहते है ।
1. राम अच्छा लड़का है ।
2. सफेद गाय दूध देती है ।
3. लच्छु शेतान लड़का है ।
उपरोक्त वाक्यों में रेखांकित शब्दो अच्छा, सफेद और शेतान आदि विशेषण राम, गाय और लच्छु
ईत्यादि की विशेषता दिखाते है अत: गाय, राम और लच्छु
विशेष्य है ।
वाक्यों में
विशेषण दो प्रकार से प्रयुक्त होता है ।
(1) विशेष्य से पहले :- जैसे की -
1. रमीला के पास अच्छी साड़ी
है ।
2. द्रौपदी काले और लम्बे केश है ।
3. उसने काला घोड़ा खरीदा ।
(2) विशेष्य के बाद में यानी की पीछे :-
1. रमीला की साडी अच्छी है ।
2. उसका घोड़ा काला है ।
3. द्रौपदी के केश काले और लम्बे है ।
उपरोक्त वाक्यों में अच्छी, काला, काले और लम्बे यह विशेषण
है और पहले वाक्यों में साडी, घोड़ा और केश यह विशेष्य है ।
पहले वाक्यों में विशेष्य पहले विशेषण आता है और दूसरे वाक्यों में पहले विशेष्य
और उसके बाद में विशेषण बताया गया है। यानी की पहेले वाक्यों में विशेष्य बाद में
आता है और दूसरे वाक्यों में विशेष्य पहेले आता है ।
प्रविशेषण :-
जो शब्द विशेष्य की विशेषता दिखाता
है इसलिए उसे प्रविशेषण कहते है ।
जैसे की :-
1. राम अच्छा लड़का है ।
विशेषण विशेष्य
2. राम बहुत अच्छा लड़का है ।
प्रविशेषण विशेषण विशेष्य
अच्छा, बडा, अति, बहुत, अधिक, अत्यधिक इत्यादि प्रविशेषण है ।
विशेषण के प्रकार :-
1. गुणवाचक विशेषण
2. परिमाणवाचक विशेषण
3. व्यक्तिवाचक विशेषण
4. संख्यावाचक विशेषण
5. सार्वनामिक विशेषण
6. क्रियावाचक विशेषण
1. गुणवाचक विशेषण :-
जो शब्द किसी वस्तु, पदार्थ के गुण-दोष, दशा, दिशा, रंग, गंध, आकार, स्थिति, स्वाद, काल, स्थान ईत्यादि का बोध कराता है उसे गुणवाचक विशेषण कहते है ।
- दशा :- अवदशा, पतित, बुरेहाल, चिथडेहाल, खालीहाथ इत्यादि ।
- गुण :- अच्छा, भला, पापी, धातकी, निष्ठुर, भोला, सरल, विनयी, शीलवान, गुणवान, उदार इत्यादि ।
- दिशा :- उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम, उपर नीचे ईत्यादि।
- रंग :- काला, सफेद, लाल, नीला, पीला, जामुनी, गुलाबी, केसरी, नारंगी, हरा, इत्यादि ।
- गंध :- सुगंध, दुर्गंध, सुवास, दुर्वास, सुरभि, सौरभ, खुशबु इत्यादि ।
- आकार :- गोलाकार, त्रिकोना, चतुष्कोण, षटकोण, शंकुकार इत्यादि ।
- स्थिति :- अमीर, गरीब, भिखारी, तवंगर, पूंजीपति, पतित, ऊंच-नीच, मजदूर आदि।
- स्वाद :- मीठा, तीखा, कसैला, कड़वा (कड़वा) खट्टा, नमकीन आदि।
- काल :- प्राचीन, पुरातन, आदिम, मध्य, आधुनिक काल, ताम्र युग, पुरातन काल, नव युग, पाषाण युग, लौह युग, कांस्य युग, ऐतिहासिक, प्रागैतिहासिक आदि।
- स्थान :- अमेरिका, रशिया, भारत, युरोप, जापान, चीन इत्यादि ।
उदाहरण :-
1. मेरी भैंस काली है ।
2. सुंदर फूलों ने बगीचे को सजाया।
3. उसकी आँखें नीली दिख
रही थीं।
4. वह बहुत बुद्धिमान बच्चा है।
5. यह गरमी में ठंडा पानी
पीने योग्य है।
6. उसकी मुस्कान बहुत प्यारी
लगती है।
7. यह विद्यालय बहुत साफ-सुथरा
है।
8. उसकी बोलचाल मिठी है।
9. वह एक उत्कृष्ट लेखक है।
10. सुंदर फूल बगीचे में
खिल रहे थे।
11. वह लाल गाड़ी स्कूल जा रहा है।
12. मेरी नन्हीं सी बहन बहुत प्यारी है।
13. उसने स्वच्छ नदी से पानी पीया।
14. यह नीली साड़ी बहुत शानदार लग रही है।
15. यह स्वादिष्ट आलू पराँठा बहुत स्वादिष्ट था।
2. संख्यावाचक विशेषण :-
जो शब्द किसी संज्ञा या विशेषण की किसी संख्या का बोध कराते है उन्हें संख्यावाचक विशेषण कहते है । जैसे की - चार कबूतर, हजारो लोग, बहुत लोग, पचास छात्रएँ, कुछ आदमी इत्यादि ।
- प्रत्येक उंगली बराबर नही होती ।
- मैं अपनी पंक्ति में पाँचवा लड़का हूं ।
उपरोक्त वाक्यों में रेखांकित शब्द
संख्यावाचक निर्देश करते है । अतः उन्हें संख्यावाचक
विशेषण कहते है ।
संख्यावाचक विशेषण के प्रकार
- निश्चित संख्यावाचक विशेषण
- अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
i. निश्चित संख्यावाचक विशेषण :-
जहा निश्चित संख्या का बोध हो उन्हे निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते है ।
जैसे की :-
1. मेरे पास पाँच हजार रुपये है।
2. पेड पर दस पक्षी है ।
3. कक्षा में पच्चीस छात्र हैं ।
निश्चित संख्यावाचक के प्रमुख भेद :-
- गुणनावाचक (एक, दो, तीन, चार)
- क्रमवाचक (पहला, दुसरा, तीसरा)
- आवृत्तिवाचक (हर पाँचवा, हर वीसवाँ )
- समुदायवाचक (एकगुना, दोगुना)
- प्रत्येक सूचक (प्रत्येक, हरएक, प्रतिदिन)
उदाहरण :-
1. मैंने तीन गाड़ियां खरीदीं।
2. उसने मेरे साथ पांच दिन बिताए।
3. इस पुस्तक में बारह अध्याय हैं।
4. उसने मुझसे आठ सवाल पूछे।
5. उन्होंने मुझे दस रुपये दिए।
6. हमारे गाँव में चालीस घर हैं।
7. इस उत्सव में पंद्रह हजार लोग शामिल हुए थे।
8. उसके पास छह बच्चे हैं।
9. इस वर्ग में नौ छात्र हैं।
10. मेरे पास बारह महीने की छुट्टियाँ हैं।
ii. अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण :-
जो शब्द निश्चित संख्या का बोध नही कराते
उन्हे अनिश्चितवाचक विशेषण कहते है ।
जैसे की :-
1. सभा में कई लोग उपस्थित थे ।
2. कुछ लोगोने महात्मा गांधी का विरोध किया ।
3. कई लड़के आंदोलन में मारे गये ।
4. कुछ लोग नाच रहे थे।
5. बहुत से लोग उसे पसंद करते हैं।
6. वहां कई पुस्तकें
रखी हुई थीं।
7. बहुत सारे विचार उसके मन में थे।
8. कुछ बच्चे खुश थे।
9. बहुत सारी समस्याएं
हैं।
10. हमने बहुत सारे सवाल पूछे।
11. उसने कई
बार प्रयास किया।
3. परिमाणवाचक विशेषण :-
जिन
शब्दो से नाप-तोल का बोध होता है इन्हें परिमाणवाचक विशेषण कहते है ।
जैसे की -
- एक लीटर दूध
- थोड़ी दूर और
- दो मिटर कपडा
- पांच किलोग्राम चावल
- बीस हेक्टर जमीन
- थोडा सा दुध
- कम सक्कर
उदाहरण
:-
1. उसने एक लीटर दूध मंगवाया
है।
2. एक किलो चीनी लें।
3. वह दो मीटर लम्बी गाड़ी में
बैठे थे ।
4. मैंने तीन पैकेज बिस्किट खरीदे।
5. चार किलो आलू बाग से काट कर लाए गए हैं।
6. वह दस मीटर की दूरी से देख सकता
है।
7. तुम्हें पाँच सौ ग्राम चाय बनानी है।
8. उसने दो बड़े टमाटरों को
धनिया के साथ कटा।
9. एक-दोज रोटियों के लिए दो से तीन कप
आटा लो।
10. एक किलो चीनी दुकान में
मिलती है।
11. दो लीटर पानी पीने के लिए लाओ।
12. पंद्रह मीटर लम्बी रेखा बनाएं।
13. दस सेंटीमीटर चौड़ा पेपर लाओ।
14. सात मीटर लम्बा सरकल बनाओ।
15. दस मिनट की देर से आए हो, कृपया जल्दी करें ।
परिमाणवाचक विशेषण के
प्रकार
i. निश्चय परिमाणवाचक विशेषण :-
जहाँ वस्तु, पदार्थ की मात्रा तोल या नाप के
निश्चित बोध कराता है उन्हें निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
कहते है ।
जैसे की- पाँच किलो चावल
उदाहरण :-
1. यह बोतल में दो लीटर पानी है।
2. मैंने दस स्ट्रोंग कॉफ़ी पी है।
3. वह रोज़ दस हजार कदम चलता है।
4. इस गाड़ी की गति सौ किलोमीटर प्रति घंटा है।
5. उसके पास सौ ग्राम नया धन है।
6. बच्चों ने एक साथ पाँच किलो आम
खा लिए हैं।
7. उसका मोबाइल फ़ोन तीन सौ ग्राम
का है।
ii. अनिश्चयवाचक परिमाणवाचक विशेषण :-
जहा वस्तु या पदार्थ की मात्रा नाप-तोल का निश्चित और
स्पष्ट बोध न हो तब अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते है ।
उदाहरण :-
1. बच्चोने कम दूध पिया है ।
2. महेमान थोडा सा भात खाते है ।
3. चाय में ज्यादा पानी डालना ।
4. उसने कुछ पुस्तके खरीदीं।
5. वह थोड़ा पानी पीता है।
6. कुछ लोग यह नहीं मानते कि यह सही है।
7. थोड़े बच्चे बहुत ही अच्छे दोस्त हो सकते हैं।
8. उसने कुछ सामान खरीदा, लेकिन मैं नहीं जानता क्या।
9. कुछ लोग रात में ज़्यादा सोते हैं।
10. मुझे कुछ ताजगी की आवश्यकता है क्योंकी मैंने रात भर पढाई की ।
अधिक ज्यादा, बहुत कम, अत्यधिक, अल्प, थोडा, कुछ आदि अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण के
लिए प्रयोग कीये जाते है ।
4. सार्वनामिक विशेषण :-
जो शब्द सर्वनाम की
विशेषता दिखाते है उन्हें सार्वनामिक विशेषण कहते है
जैसे की -
1. वह बच्चा रोता है ।
2. उस लड़के ने सांप को मारा ।
3. यह किताब मेरी है ।
4. उसका भाई कल आर हा है।
5. यह घोडा मेरा है ।
6. उसका पेन मत छुओ ।
7. वह लड़का बहुत होशियार है।
8. मैंने एक नई किताब खरीदी है।
9. हमने कुछ नए गाने सुने।
10. तुम्हारी तकनीक बहुत अच्छी है।
11. यह रस्सी बहुत भारी है।
12. वह लड़की बहुत प्यारी है।
13. उनके पास एक छोटा सा घर है।
14. मेरे दोस्त बहुत शैतानी करते हैं।
15. इस बच्चे के पास एक बड़ी टोपी है।
5. व्यक्तिवाचक
विशेषण :-
जो विशेषण व्यक्तिवाचक संज्ञाओ से
बनाए जाते है उन्हें व्यक्तिवाचक विशेषण कहते है
जैसे की –
1. मैं भारतीय हूँ ।
2. मैं अमेरीकन हूँ ।
3. मैं अहमदाबादी हूँ ।
4. मैं रशियन हूँ ।
5. राम एक मर्यादा पुरुषोतम थे ।
6. सीता एक उच्च शिक्षित महिला है।
7. गीताने एक सुंदर साड़ी पहनी हुई थी।
8. अनिता एक प्रोफेशनल लेखिका है।
9. आकाश एक बुद्धिमान छात्र है।
10. लता एक सुरीली गायक है।
11. अमित एक सच्चा दोस्त है।
12. राजेश एक बड़ा आलसी बच्चा है।
13. उसकी कहानियाँ हमेशा रोमांटिक होती हैं।
14. राम एक उत्कृष्ट विद्यार्थी है।
15. मोहन एक सुंदर कला कौशल से सम्पन्न कलाकार है।
6. क्रियावाचक
विशेषण :-
जो
शब्द किसी क्रिया की विशेषता दिखाता है उन्हें क्रियावाचक विशेषण कहते है ।
जैसे की -
1. वह प्रतिदिन पढ़ता है ।
2. उसने कम खाया ।
3. बच्चा धीरे धीरे रो रहा है ।
4. बैठो मेरे पास तुम्हें देखता रहूँ ।
5. वह बात तुम्हें अकसर याद
आयेगी ।
6. हवा तेज चल रही है ।
7. वह लड़का बहुत तेज दौड़ता
है।
8. रात को वह बहुत धीरे-धीरे चलता
है।
9. उसने बहुत ऊँचे स्वर में गाया।
10. यह फल बहुत मिठा है।
11. उसने बड़ी धैर्यशीलता से समस्या का समाधान किया।
12. उसने बहुत सुंदर रंगों का चुनाव किया है।
13. वह गहरी नींद से उठी।
14. वह धीरे-धीरे समझाने की कोशिश कर रहा था।
15. हमने खुशी-खुशी उसकी मदद की।
क्रियावाचक
विशेषण के प्रकार :-
1. कालवाचक
2. स्थानवाचक
i. दिशा सूचक,
ii. स्थिति
सूचक
3. रीतिवाचक
i. प्रश्नवाचक
ii. निश्चयवाचक
4. परिमाणवाचक
i. अनिश्चवाचक
ii. कारण
बोधक
iii. निशेध
बोधक
1. कालवाचक
विशेषण :-
जिस में किसी क्रिया करने का काल (समय) का बोध
होता हो याक राता हो उसे कालवाचक क्रियाविशेषण कहते है ।
जैसे की - कल, परसो, आज, अभी, तुरंत, फौरन, शीघ्र, सदा, अक्सर, निरंतर, हंमेशा, आजकल, सूबह से, दिन
में, रात में ईत्यादि शब्द काल का बोध कराते है ।
1. तुम अभी जाओ ।
2. तुम उसे तुरन्त भेजो ।
3. राम कल आयेगा ।
4. तुम शीघ्र चले जाओ ।
5. रोहन आज बहुत तेजी से दोड़ रहा है ।
6. आजका दिन बहुत खास है।
7. मैंने कल एक नई किताब खरीदी।
8. हम रात को सितारों को देखते
हैं।
9. मैं अभी पढ़ रहा हूँ।
10. हम अगले महीने यात्रा करेंगे।
2. स्थानवाचक
क्रियाविशेषण :-
क्रिया होने के
स्थान का बोध करते है उन्हें स्थान (स्थल) वाचक क्रियाविशेषण कहते है ।
1. तुम यहाँ आओ ।
2. बादल वहाँ जायेगा ।
3. रमेश उधर जा रहा है ।
4. मोना ईधर आ रही है ।
5. तुम जिधर जाओगे उधर दुःख ही दुःख है ।
दिशा सूचक :- ईधर, ऊधर, जहाँ, वहाँ, अंदर,
बहार, भीतर इत्यादि ।
1. तुम मेरे आगे बैठो ।
2. तुम भीतर चलो मैं आता हूं ।
3. तुम सब वर्ग-खंड के बहार जाओ ।
4. तुम जहाँ जाओंगे मैं उधर आऊंगा ।
स्थिति सूचक :- पास, दूर, नजदिक ईत्यादि ।
1. तुम मेरे पास आओ ।
2. तुम दूर क्यों खडे हो ।
3. तुम मेरे नजदिक आकर बैठो ।
3. रीतिवाचक क्रियाविशेषण :-
- प्रश्नवाचक :-
जिन शब्दों से क्रिया के बारे में प्रश्नार्थ
किया जाता है वहाँ प्रश्नवाचक विशेषण होता है।
जैसे की - कब, कैसे, क्या, कहाँ, कौन, क्यों इत्यादि ।
1. तुम कहाँ जाओगे ?
2. तुम्हारे घर कौन आयेगा ?
3. जंगल में तुम क्या खाओगे ?
4. गरीबो को कौन पूछता है ?
5. दंगे चल रहे है तुम कहाँ जाओगे ?
6. तुम्हारी बात कौन मानेगा ?
7. इस गंदकी में तुम कैस रहोगे ?
8. तुम क्यों हमारे घर नहीं आते ?
9. तुम कब पढ़ना शुरू करोगे ?
4. परिमाणवाचक :-
1. उसने बहुत सारी किताबें खरीदीं।
2. उसके पास कम से कम दो गाड़ियां हैं।
3. इस बारिश से अधिक पानी
हमारे तालाब में भर गया है।
4.यह बोर्ड परीक्षा में 100 अंकों की अधिकतम सीमा है।
5. मुझे कमसे कम तीन दिन की अवकाश चाहिए।
6. उसने बहुत सारा समय खराब कर दिया।
7. वह बहुत तेज़ दौड़ता है।
8. यह गाड़ी अधिक चलती है।
9. उसने थोड़ा पानी पी लिया।
10. वह सबसे उच्च इमारत में रहता है।
Hindi Visheshn PDF download
में आशा करता हूँ की आपको विशेषण की जानकारी अच्छी लगी होगी । कई सारे छात्रों के पास इंटरनेट की सुविधा अच्छी उपलब्ध नहीं है । जिसके कारण ओनलाइन कापी को पढ़ने के लिए समस्या का सामना करना पड़ता है । इसलिए आपके लिए Hindi ek Safar ने pdf तैयार किया गया है आप निम्न दिए गए link से pdf download कर सकते है ।
download to pdf Click here
💠 विशेषण में से अधिक पूछे जाने वाले प्रश्न निम्नलिखित है ।
प्रश्न 1. विशेषण की परिभाषा क्या है ?
उतर :- जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता दिखाता है उसे विशेषण कहते है ।
प्रश्न 2. विशेष्य क्या है ?
उतर :- विशेषण जिसकी विशेषता दिखाते है । उन्हें विशेष्य कहते है ।
प्रश्न 3. वाक्य में विशेषण कितने प्रकार से प्रयुक्त होता है ?
उतर :- वाक्य में विशेषण दो प्रकार से प्रयुक्त होता है । 1. विशेष्य से पहले और 2. विशेष्य के बाद ।
प्रश्न 4. प्रविशेषण किसे कहते है ?
उतर :- जो शब्द विशेष्य की विशेषता दिखाता है इसलिए उसे प्रविशेषण कहते है ।
प्रश्न 5. विशेषण के कितने प्रकार है ? कौन-कौन से ?
उतर :- विशेषण के 6 प्रकार है ।
1. गुणवाचक विशेषण
2. परिमाणवाचक विशेषण
3. व्यक्तिवाचक विशेषण
4. संख्यावाचक विशेषण
5. सार्वनामिक विशेषण
6. क्रियावाचक विशेषण
प्रश्न 6. गुणवाचक विशेषण किसे कहते है ?
उतर :- जो शब्द किसी वस्तु, पदार्थ के गुण-दोष, दशा, दिशा, रंग, गंध, आकार, स्थिति, स्वाद, काल, स्थान ईत्यादि का बोध कराता है उसे गुणवाचक विशेषण कहते है ।
प्रश्न 7. संख्यावाचक विशेषण के कितने प्रकार है ?
उतर :- संख्यावाचक विशेषण के दो प्रकार है । 1. निश्चित संख्यावाचक विशेषण 2. अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
प्रश्न 8. 'मेरे पास पाँच हजार रुपये है' विशेषण के किस प्रकार का उदाहरण है ?
उतर :- 'मेरे पास पाँच हजार रुपये है' संख्यावाचक विशेषण का उदाहरण है ।
प्रश्न 9. परिमाणवाचक विशेषण किसे कहते है ?
उतर :- जिन शब्दो से नाप-तोल का बोध होता है इन्हें परिमाणवाचक विशेषण कहते है ।
प्रश्न 10. परिमाणवाचक विशेषण के कितने प्रकार है ?
उतर :- परिमाणवाचक विशेषण के दो प्रकार है ।
1. निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
2. अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण
प्रश्न 11. व्यक्तिवाचक विशेषण किसे कहते ही ?
उतर :- जो विशेषण व्यक्तिवाचक संज्ञाओ से बनाए जाते है उन्हें व्यक्तिवाचक विशेषण कहते है
प्रश्न 12. व्यक्तिवाचक विशेषण का उदाहरण दीजिए ?
उतर :- आकाश एक बुद्धिमान छात्र है।
प्रश्न 13. क्रियावाचक विशेषण किसे कहते है ?
उतर :- जो शब्द किसी क्रिया की विशेषता दिखाता है उन्हें क्रियावाचक विशेषण कहते है ।
प्रश्न 14. क्रियावाचक विशेषण के कितने प्रकार है ?
उतर :- क्रियावाचक विशेषण के मुख्य चार प्रकार है ।
1. कालवाचक
2. स्थानवाचक
3. रीतिवाचक
4. परिमाणवाचक
प्रश्न 15. परिमाणवाचक क्रियावाचक विशेषण किसे कहते है ?
उतर :- "परिमाणवाचक क्रियाविशेषण" का अर्थ होता है वह क्रियाविशेषण जो किसी क्रिया की मात्रा या परिमाण को सुचित करता है।
💠 विशेषण के उदाहरण
- सुंदर फूल बगीचे में खिल रहे हैं।
- वह बड़ी स्वस्थ स्त्री है।
- यह लाल गाड़ी हमारी है।
- उसने स्वच्छ वस्त्र पहने हैं।
- वह बड़ी उच्च इमारत में काम करता है।
- मेरी छोटी बहन बहुत प्यारी है।
- उसकी लाल साड़ी बहुत आकर्षक है।
- यह छोटी किताब बहुत महत्वपूर्ण है।
- इस बारिश में ठंडी हवा चल रही है।
- वह बहुत बुद्धिमान व्यक्ति है।
- यह सफेद घोड़ा बहुत तेज़ है।
- उसकी नई घड़ी बहुत सुंदर है।
- उसने कड़ी मेहनत करके परीक्षा में सफलता प्राप्त की।
- इस समय सफेद बर्फ गिर रही है।
- उसकी नई गाड़ी सुरक्षित है।
- मेरी नई किताब बहुत ही रोचक है।
- वह एक बड़ा खुशहाल बच्चा है।
- मेरे पास एक पुरानी किताब है।
- इस बड़े पुस्तकालय में शांति का माहौल है।